Bihar Govt.


मधुबनी कांड का प्रायश्चित करेगी भाजपा
Oct 17, 2012 , Patna

जागरण ब्यूरो, पटना : भाजपा मधुबनी कांड का प्रायश्चित करेगी। पार्टी, मातृ व शिशु मृत्यु दर पर लगाम के लिए प्रदेश स्तर पर अभियान चलाएगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. सीपी ठाकुर ने कहा इस सिलसिले में गर्भवती महिलाओं का निबंधन कराया जाएगा। वे मंगलवार को संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मधुबनी कांड के प्रायश्चित में पार्टी गर्भवती महिलाओं व नवजात की सुरक्षा के उपाय करेगी। इसके लिए सरकार से गर्भवती महिलाओं के निबंधन की व्यवस्था करने को कहा जाएगा। यदि दो माह के भीतर सरकार व्यवस्था नहीं करती तो यह काम पार्टी अपने स्तर से शुरू करेगी। पार्टी कार्यालय में इसके लिए अलग से प्रकोष्ठ खोला जाएगा। अभी बिहार मातृत्व मृत्यु और शिशु मृत्यु दर के मामले में बहुत पिछड़ा है। केरल जैसे राज्यों में जहां प्रसव के दौरान दस बच्चों की मौत होती है वहीं बिहार में यह संख्या 47 है। यह स्थिति भयावह है। कमोबेश यही हालत प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत की भी है। इसमें सुधार बहुत जरूरी है। गर्भवती महिलाओं का निबंधन करा उनके लिए पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की जाएगी। प्रसव के बाद इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि नवजात को छह माह तक सभी जरूरी टीके और पूरा पोषण दिया जाए। उन्होंने मधुबनी कांड को बड़ी साजिश बताया।
प्रेस कांफ्रेंस में मधुबनी कांड का विस्तार से जिक्र करते हुए बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक व भाजपा विधायक विनोद नारायण झा ने कहा कि पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच करायी जानी चाहिये। अचानक इलाके में सिरकटी लाश का बरामद होना संदिग्ध है। इस बात की तहकीकात होनी चाहिये कि किसके बहकावे में परिवार वालों ने युवक के शव को किशोर के शव के रूप में पहचाना? बेहद सुनियोजित ढंग से सरकारी कार्यालयों में आग लगायी गई। प्रश्न यह है कि क्या लोग आग लगाने की पूरी तैयारी के साथ आंदोलन करने आए थे? थाने और प्रशासनिक कार्यालयों में मौजूद सरकारी कागजात फूंक दिये गये। भीड़ ने सबसे पहला हमला कैदी वैन पर किया। इसमें मौजूद कैदियों को भगा दिया गया। इसमे दो पाकिस्तानी नागरिक भी थे। ये फरार हो चुके हैं। झा ने पूरे मामले में विदेशी हाथ की आशंका जताते हुए कहा कि यह कांड बेहद खतरनाक संकेत दे रही है। प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित हरिशंकर शर्मा, संजय मयूख, प्रवक्ता संजीव कुमार मिश्र, सुधीर कुमार आदि भी थे।



नया पाटलिपुत्र बसाएंगे नीतीश!

Apr 16, 2012

मुंबई [ओमप्रकाश तिवारी]। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने राज्य के लिए एक ऐसी नई राजधानी बसाएंगे, जिसे देखकर दुनिया के लोग वाह-वाह कह उठेंगे। नई राजधानी पटना के निकट ही सत्रह सौ एकड़ में बनाई जाएगी। देश के जाने-माने भवन शिल्पी हफीज कॉन्ट्रैक्टर के नेतृत्व में इसका निर्माण होगा।
बिहार शताब्दी समारोह उत्सव के अवसर पर मुंबई में एक रैली को संबोधित करने आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सम्मान में रविवार को बिहार फाउंडेशन के मुंबई चैप्टर ने दोपहर भोज का आयोजन किया। इसमें उद्योग जगत की कई जानी-मानी हस्तियों ने पहुंचकर मुख्यमंत्री को यह भरोसा दिलाया कि वे बिहार नवनिर्माण में उनसे कंधे से कंधा मिलाने को तैयार हैं। इसी भोज बैठक में देश के जाने-माने भवन शिल्पी हफीज कॉन्ट्रैक्टर ने मुख्यमंत्री के सामने बिहार की एक नई राजधानी बनाने की योजना पेश की। सत्रह सौ एकड़ में बननेवाले इस नूतन पाटलिपुत्र की योजना मुख्यमंत्री को इतनी पसंद आई कि उन्होंने हफीज को तुरंत पटना आने का न्योता दे दिया। बताया जाता है कि हफीज नई राजधानी की योजना को अंतिम रूप देने के लिए 24 अप्रैल को ही पटना जा रहे हैं।
बिहार फाउंडेशन के मुंबई चैप्टर के अध्यक्ष आर.एस.श्रीवास्तव के अनुसार होटल ट्राइडेंट के रूफ टॉप पर आयोजित दोपहर भोज में करीब तीन घंटे मुख्यमंत्री ने उद्योग जगत की आला हस्तियों के साथ बिताए। इसमें चोटी के 33 उद्योगपतियों एवं बैंकरों ने भाग लिया। खास बात यह कि बैठक सिर्फ भोजन तक ही सीमित नहीं रही। इसमें कुछ उद्योगपतियों की ओर से बिहार में बड़े निवेश की घोषणाएं भी की गई। उद्योगपतियों की गई घोषणाएं फलीभूत हो सकें, इसकी जिम्मेदारी नीतीश कुमार ने बिहार फाउंडेशन के मुंबई चैप्टर को दी है। यह चैप्टर इन उद्योग समूहों के सीधे संपर्क में रहकर उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय से जोड़ने में भूमिका निभाएगा ताकि वे लालफीताशाही के चक्कर में न पड़ें।
बैठक में शामिल मशहूर हस्तियां :
वेदांता समूह -अनिल अग्रवाल
बजाज समूह- समीर बजाज
गोयनका समूह - हर्ष गोयनका
आइटीसी - क्रूज ग्रांट [कार्यकारी निदेशक],
टाटा स्टील - बी मुत्तूरमण
टाटा मोटर्स -रविकांत
टाटा सन्स - इशाक हुसैन
अदानी समूह -गौतम अदानी
वेल्सपन समूह - वी.के.गोयनका
आइसीआइसीआइ बैंक - चंदा कोचर [अध्यक्ष]
एक्सिस बैंक - शिखा शर्मा [अध्यक्ष]
प्रमुख वादे :
-अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी ने बिहार में नई ऊर्जा परियोजना लगाने का वादा किया।
-वेल्सपन समूह की बिहार में 600 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना लगाने की इच्छा
-टाटा मोटर्स अपनी सहयोगी संस्था टीसीएस के साथ मिलकर चार आइटीआइ संस्थानों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप [पीपीपी] आधार पर अधिग्रहीत कर उनकी शिक्षण पद्धति में सुधार लाएगा।
- टाटा मोटर्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट भी खोलने की इच्छा जताई है।
प्रधानमंद्दी की तर्ज पर सलाहकार समिति :
प्रधानमंद्दी को औद्योगिक विषयों में सलाह देने के लिए जैसे चोटी के उद्योगपतियों की सलाहकार समिति बनती है, उसी तरह नीतीश कुमार भी बिहार को औद्योगिक प्रगति में अन्य राज्यों के समकक्ष खड़ा करने के लिए शीर्ष उद्योगपतियों की एक सलाहकार समिति बनाएंगे। इस समिति की बैठक साल में दो बार होगी। इस समिति के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर की मैकिंजी एवं बोस्टन जैसी सलाहकार कंपनियों को सेवाएं भी ली जाएंगी। मुख्यमंत्री ने जल्दी ही फिर मुंबई आकर उद्योगपतियों के साथ दो दिन का सम्मेलन करने की इच्छा जताई है। इस सम्मेलन का आयोजन बिहार फाउंडेशन एवं सीआइआइ मिलकर करेंगे। सम्मेलन के पहले दिन बिहार सरकार के विभिन्न विभाग अपनी योजनाओं एवं जरूरतों से उद्योगपतियों को अवगत कराएंगे एवं अगले दिन उद्योग समूह अपनी निवेश योजनाओं के बारे में बताएंगे।
'आओ, मिलकर भारत को सुपरपावर बनाएं'
पटना [जाब्यू]। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 'महाराष्ट्र' से अपील की है-'आओ, आप और हम मिलकर भारत को सुपरपावर बनाएं।' वे रविवार को मुंबई के सोमय्या मैदान में बिहार शताब्दी समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग जहां गए, वहीं के होकर रह गए। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत मराठी भाषा में की।
नीतीश ने कहा, 'मैं बिहार से अमन का संदेश लेकर आया हूं।' उन्होंने बिहार और महाराष्ट्र की गौरवमयी परंपरा का जिक्र किया और इस दौरान महाराष्ट्र की कई विभूतियों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग कुछ लेते नहीं, जहां काम करते हैं वहीं के होकर रह जाते हैं। अपने काम की जगह के बारे में ही सोचते हैं। हम सब मिलकर ऐसा भारत बनाएं, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बने।
उन्होंने कहा कि मराठी एक प्यारी भाषा है। मैं इसे सीखना चाहता हूं। मुख्यमंत्री ने बिहारियों के खुद्दार चरित्र पर भी अपनी बात की और कहा बिहार के लोग किसी पर बोझ नहीं हैं। उन्होंने बिहार के लोगों को हिदायत भी दी कि वे मराठियों से मिलजुल कर रहें और दोस्ताना संबंध बनाएं। उन्होंने कहा कि मराठी चाहें तो बिहार में आकर महाराष्ट्र दिवस मना सकते हैं। महाराष्ट्र के लोगों को उन्होंने बिहार में आकर काम करने का आमंत्रण भी दिया। महाराष्ट्र व बिहार की चर्चा के केंद्र में मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी को भी शामिल किया। उन्होंने कहा कि बिहार के चंपारण से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और फिर मुंबई से अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन।


अग्रणी राज्य बनेगा बिहार


Jan 31, 2012

पटना, निज संवाददाता : बिहार राज्य अभिलेखागार निदेशालय के तत्वावधान में मंगलवार को आयोजित सेमिनार में मुख्य सचिव नवीन कुमार ने कहा कि सूबे में एक बार फिर से नवजागरण हो रहा है। सरकार और आम लोगों के प्रयास के बूते सूबे की विकास दर सबसे अधिक है। खाद्यान्न के उत्पादन में हम सरप्लस हैं। इस वर्ष सत्तर लाख टन धान का उत्पादन हुआ है। श्रीविधि का लाभ मिला है। आईटी, बिजली, स्वास्थ्य, सड़क व शिक्षा के क्षेत्र में सूबा आगे बढ़ रहा है। अब दूसरे राज्य हमारा अनुकरण कर रहे हैं। बिहार देश का अग्रणी राज्य बनेगा।

सेमिनार का आयोजन बिहार के शताब्दी वर्ष के अवसर पर किया गया। विषय था- आधुनिक बिहार के सृजन के इतिहास एवं राष्ट्र निर्माण में बिहार की भूमिका। श्री कुमार ने कहा कि बिहार शुरू से ही भारतीय राष्ट्रवाद के अभ्युदय का केन्द्र रहा है। यहां कई क्रांतियां और आंदोलन हुए। लम्बे संघर्ष के बाद 22 मार्च 1912 को बिहार अलग प्रान्त बना। शताब्दी वर्ष एक ऐसा अवसर है जब हम महान विभूतियों को नमन करते हैं। सर्वोदय, भूदान व सम्पूर्ण क्रंाति का केन्द्र बिहार रहा है। देश की आजादी से लेकर सामाजिक, आर्थिक रूपान्तरण में सूबे का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

इससे पहले दीप प्रज्जवलित कर सेमिनार का उद्घाटन किया गया।

मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव रविकांत ने बताया कि पिछले एक डेढ़ वर्षो में अभिलेखागार की गतिविधियां बढ़ायी गयी हैं। भागलपुर व दरभंगा के क्षेत्रीय अभिलेखागारों को सुदृढ़ किया जा रहा है। आम लोगों को अभिलेख से जोड़ने को नियमित रूप से प्रदर्शनी लगायी जा रही हैं। अभिलेख विहार का वार्षिक प्रकाशन शुरू किया गया है। शिक्षाविदें व शोधार्थियों को अभिलेख उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्य आलेख प्रस्तुत करते हुए भीमराव अम्बेदकर बिहार विवि के पूर्व कुलपति प्रो. निहारनन्दन सिंह ने कहा कि बिहार अंगेजों के साथ साथ बंगाल का भी उपनिवेश बनकर रहा गया था। ब्रिटिश सरकार के सौतेलेपन से बिहार के लोगों में असंतोष बढ़ता जा रहा था। पढ़े लिखे लोगों ने आंदोलन शुरू किया। पत्रकारिता के अभ्युदय से नवजागरण को प्रभावी व व्यापक आधार मिला। सरकार पर दबाव बढ़ा और अंतत बिहार एक अलग प्रांत बना। इस मौके पर प्रो. रत्‍‌नेश्वर मिश्र, उड़ीसा के एजी अरूण कुमार, अभिलेखागार निदेशक विजय कुमार समेत अन्य कई इतिहासकार मौजूद रहे।